🌸 परिचय
नर्मदा तट पर बसे हर तीर्थ में कोई न कोई कथा जीवित है। ये स्थल केवल पाषाण नहीं, बल्कि भक्ति के साक्षात प्रतीक हैं।
🔱 प्रमुख 15 तीर्थ:
- अमरकंटक – नर्मदा का उद्गम स्थल।
- ओंकारेश्वर – 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक।
- महेश्वर – अहिल्याबाई की नगरी।
- भड़ौंच (भरूच) – जहाँ नर्मदा समुद्र से मिलती हैं।
- हंडिया घाट – तीर्थ स्नान का पवित्र स्थान।
- होशंगाबाद (नर्मदापुर) – तट स्नान के लिए प्रसिद्ध।
- गरुडेश्वर – शंकराचार्य जी की समाधि स्थल।
- ममलेश्वर – ओंकारेश्वर के पारस्थल।
- तिलकवाड़ा – शांत और पवित्र आश्रम क्षेत्र।
- झिरी घाट – रहस्यमय नर्मदा दर्शन।
- सेलानी घाट – शांत जल और साधकों का निवास।
- राजघाट, मंडलेश्वर – जहाँ संतों का वास रहा।
- कलेश्वर – दुर्लभ शिवलिंग दर्शन।
- नरसिंहपुर – तप और साधना की भूमि।
- गरुणपुर – जहाँ श्रद्धा का स्वर गूंजता है।
🌿 निष्कर्ष
इन तीर्थों का दर्शन करना नर्मदा परिक्रमा को पूर्णता प्रदान करता है। हर घाट एक श्लोक की तरह है, भक्ति, इतिहास और आत्मज्ञान का।